Written By Amit Kumar
Written By Amit Kumar
संसार में हर जगह विनाश होने से पहले का दृस्य अत्याधिक सुन्दर होता है। उस समय लोगो को लगता है की दुनिया से बुराई खत्म हो गयी है। कोई भी मनुस्य ज्यादा चिंतित नहीं दिखाई देता। ठीक ऐसा हाल था भारत में स्थित कलकत्ता का। कलकत्ता वासी चैन की आहे भर रहे थे। किसी के दिल में कोई भय नहीं था। क्यूकी अपने आप को इम्पावर कॉम्बैट कहने वाला एक मनुस्य कलकत्ता के बुराइयो को नस्ट कर चूका था। कलकत्ता वासी यह नहीं जानते थे की वो किस देश देश से आया है पर वो भारत का बिलकुल नहीं लगता।कॉम्बैट सोता नहीं था क्यूकी उसे नींद नही आती। कॉम्बैट सीढियो से उतरा और दिवार के एक कोने पर टच किया जिससे दिवार का 10cm भाग चमकने लगा। कॉम्बैट ने उसमे पासवर्ड डाला 21615 और दीवाल में दरवाजा बन गया और कॉम्बैट उसके अंदर चला गया। अंदर घुस कर कॉम्बैट ने अपने कंप्यूटर के अंदर 2 ऊँगली घुसा दिया। उसके बाद उसने देखा की इम्पावर टीम ने उसे खोजने के लिए 2 सिगनल भेजे है। कॉम्बैट उन दोनों सिगनल को एक बॉक्स में दाल कर रख देता है। उस बॉक्स में वैसे ही और भी ढेरो सारे सिगनल भरे पर थे। कॉम्बैट उस बॉक्स को दीवाल में छुपा देता है। कॉम्बैट एक राज़ को सबसे छुपा कर रखा था जो है एक "सुतानि पत्थर"। इम्पावर टीम उस सुतानि पत्थर को खोजने के लिए निकल चुके थे। पर पृथ्वी पर भी भी कोई थी जो कॉम्बैट की पूरी सच्चाई जानती थी और उसका नाम था इशिता। इशिता उस सुतानि पत्थर को भी जानती थी क्यूकी उस सुतानि पत्थर की खोज इशिता के पापा ने ही किया था
तक़रीबन 15 साल पहले की बात है जब इशिता के पापा इशिता को पहली बार अपने लैब में ले कर गए थे। उस समय इशिता 4 या 5 साल की होगी। उसके पापा के लैब में बहुत सारे पत्थर रखे हुए थे। जो बाजार में करोड़ो के मिलते है। इशिता को किसी भी चीज़ को हाट लगाने से मना किया गया था। फिर कंही दूर कोने में उसे तीन बेकार से पत्थर मिले उसने उसे उठाकर अपने पापा से पूछा की क्या वो यह अपने पास रख सकती है। इशिता के पापा ने सोचा की ये मामूली पत्थर है इसलिए उन्होंने हाँ कह दिया। इशिता उन तीनो पत्थरो को अपने बैग में दाल ली। तीनो पत्थर जब एक दूसरे से चिपके तब वो रोशनी देने लगे। इशिता के पापा ने तुरंतर उस बैग को उतरने के लिए कहा। इशिता ने वो बैग उतार दिया। तभी वो बैग बुरी तरह जल गया। और उस पत्थर से एक तेज़ रौशनी निकले और सीधा आसमान में चली गयी। यह रौशनी पृथ्वी के आयाम को चीरते हुए दूसरे आयाम में चली गयी। जंहा रहते थे इम्पावर वासी। इम्पावर किंग ने यह दृश्य देखा तो वो चकित रह गए क्यूकी उसे अपना खोया हुआ सपना वापस दिखाई दे रहा था।
Impower Combat | इम्पॉवर कॉम्बेट
Reviewed by Amit Kumar
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9/10/2016 09:42:00 pm
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